बलजीत कौर, हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की कंडाघाट के गांव पंजरोल की रहने वाली हैं एक साहसी पर्वतारोही हैं, जिन्होंने अपने अदम्य साहस और दृढ़ संकल्प से न केवल भारत, बल्कि पूरी दुनिया को प्रेरित किया है।
उनकी उपलब्धियां:
• 27 साल की उम्र में 8000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाली चोटी फतह करने वाली पहली भारतीय महिला।
• दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट (8848 मीटर) पर तिरंगा लहराने वाली 12वीं भारतीय महिला।
• माउंट एवरेस्ट के अलावा, उन्होंने माउंट मकालू (8463 मीटर), माउंट लोत्से (8516 मीटर), और माउंट कंचनजंगा (8586 मीटर) सहित कई अन्य 8000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाली चोटियों पर भी सफलतापूर्वक चढ़ाई की है।
• 2019 में, उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्म श्री से सम्मानित किया गया।
उनकी प्रेरणा:
बलजीत का कहना है कि उनकी प्रेरणा उनके पिता हैं, जो खुद एक पर्वतारोही थे। बचपन से ही वह पहाड़ों से प्रेरित थीं और उन्हें हमेशा पहाड़ों पर चढ़ने का शौक था।
उनकी चुनौतियां:
एक महिला पर्वतारोही होने के नाते, बलजीत को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। समाज में महिलाओं के प्रति नकारात्मक सोच, परिवार की जिम्मेदारियां, और पर्वतारोहण के लिए आवश्यक धन की कमी कुछ प्रमुख चुनौतियां थीं।
उनका संदेश:
बलजीत का संदेश युवाओं, खासकर महिलाओं को यह है कि यदि वे सपने देखने की हिम्मत रखते हैं और कड़ी मेहनत करते हैं, तो वे कुछ भी हासिल कर सकते हैं।
उनके बारे में कुछ रोचक तथ्य:
• बलजीत एक किसान परिवार से आती हैं।
• उन्होंने अपनी शिक्षा हिमाचल प्रदेश के एक सरकारी स्कूल से प्राप्त की।
• वह एक शाकाहारी हैं और योग का नियमित रूप से अभ्यास करती हैं।
• वह पर्वतारोहण के अलावा सामाजिक कार्यों में भी सक्रिय रूप से भाग लेती हैं।
बलजीत कौर एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व हैं, जिन्होंने अपनी लगन और मेहनत से असंभव को संभव कर दिखाया है।